शतावरी के फायदे?

 

शतावरी लाभ और खुराक


शतावरी के फायदे और इसकी कितनी मात्रा में इस्तेमाल किया जाना चाहिए और कौन-कौन कर सकते हैं



शतावरी, जो वनस्पति के रूप में ऐस्पायरैगस रेसमोसस के नाम से जानी जाती है, एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो भारत में प्राचलित है। शतावरी के मूल लोगों में काई स्वस्थ लाभ है और इसका उपयोग महिलाओं के स्वस्थ संतुलन में किया जाता है। 

शतावरी के फायदे और इसकी मात्रा व्यक्ति की उम्र, स्वस्थ स्थिति और अन्य कारणों पर लगातार निर्भर है।

नीचे शतावरी के मुख्य फायदे और इसकी मात्रा के बारे में जानकरी दी गई है:


1.स्त्री स्वास्थ्य: शतावरी स्त्रियां के लिए एक प्रसिद्ध रसायन है, जिसका प्रयोग गर्भ धारण, जन्म और मासिक धर्म संबंध से किया जाता है। शतावरी गर्भशय को बल देता है और स्तंभ को प्राप्त होता है जिससे माँ और बच्चे दोनों को स्वस्थ लाभ मिलता है।


2.सांकेतिक संतुलन: शतावरी संतुलित संतुलन को सुधार में मदद करता है।इसे मेनोपॉज के समय में भी प्रयोग किया जाता है, इससे मेनोपॉज के लक्षणों को कम क्यों किया जा सकता है।


3.डाइजेस्टिव सिस्टम: शतावरी पाचन तंत्र को शुद्ध करता है और संबंध को कम करने में सहयोग करता है।


4.एंटीऑक्सीडेंट गन: शतावरी में एंटीऑक्सीडेंट गन होते हैं, जो शरीर के विकास को सुरक्षित रखते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को भी चमकते हैं।


5.शक्ति प्रदान करती है: शतावरी शरीर को ऊर्जा देती है और शारीरिक, मानसिक और भौनिक शक्ति को समझती है।

6.शतावरी को यौन इच्छा बढ़ाने वाली एक प्राकृतिक औषधि के रूप में जाना जाता है। शतावरी को एक कामोद्दीपक भी कहा जाता है।

इसका मतलब है ऐसी बूटी जो काम की इच्छा (Shatavari Can Boost Sex Drive) को बढ़ाने का काम करती है। 

फिर भी, शतावरी यौन इच्छा (सेक्स ड्राइव) और सेक्स डिज़ायर को बढ़ाने के लिए एक दवा के रूप में प्रसिद्ध है,


7.हृदय स्वास्थ्य: शतावरी का प्रयोग सम्बन्धों को कम करने में भी किया जाता है, क्यों कि इसमें एंटीऑक्सीडेंट गन होते हैं।


शतावरी की मात्रा व्यक्ति के उमर, स्वस्थ स्थिति और आयुर्वेदिक चिकित्सा वैद्य के परामर्श पर करती है। रोशनी मात्रा में आम तौर पर 1-2 ग्राम शतावरी चूर्ण दिन में दो बार पानी या दूध के साथ लिया जा सकता है। शतावरी चूर्ण को पानी में घोल कर, दूध या दही के साथ लिया जा सकता है।


शतावरी का प्रयोग किसी भी उम्र के पुरुष और महिलाएं दोनो कर सकते हैं। महिलाओं के लिए ये एक प्रसिद्ध रसायन है,


 लेकिन पुरुष भी इसका प्रयोग कर सकते हैं, किसी भी स्वस्थ संबंध समस्या के लिए व्यक्ति के वैद्य की सलाह के विकल्प।बच्चों को भी शतावरी का प्रयोग करने से पहले, बच्चों की वैद्य से सलाह लेनी चाहिए। प्रेग्नेंसी महिलाओं को शतावरी का प्रयोग करने से

शतावरी की मात्रा व्यक्ति की आयु, स्वास्थ्य स्थिति और उपयोग के उद्देश्य पर सतत करती है।

शतावरी को कई रूपों में उपलब्ध किया जाता है, जैसे कि चालन, गोलियाँ, और सिरप आदि। 

आपके वैद्यकीय चिकित्सक या आयुर्वेदिक चिकित्सक आपको विशिष्ट मात्रा की सलाह देंगे, जिसे आपको अपने स्वास्थ्य की स्थिति पर आधारित करके देना चाहिए। 

फिर भी, आमतौर पर शतावरी की सामान्य मात्रा निम्नलिखित रूपों में हो सकती है:


1.शतावरी घुर्ण : आमतौर पर 1 चम्मच घुर्ण को 1 गिलास गर्म पानी में मिला कर एक दिन में दो बार लिया जाता है।


2.शतावरी गोलियाँ: आमतौर पर 1-2 गोलियाँ प्रतिदिन, खाने के बाद, पानी के साथ ली जाती हैं।


3.शतावरी सिरप: आमतौर पर 1-2 चम्मच सिरप को पानी में मिलाकर रोजाना दो बार लिया जाता है।


फिर भी, शतावरी की सही मात्रा और उपयोग के लिए अपने चिकित्सक या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह लेना सबसे अच्छा है। वी








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